मैं खुल के हँस
मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए ,वो मुस्कुरा भी न पाया अमीर होते हुये ।।
खुश हूँ
लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी ,पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया ।।
तुझे भूल
तुझे भूल जायूँ ये होगा नहीं
तूझे याद आयू ये होगा नहीं
तू निभाए वफा ये फितरत नहीं
मैं निभाऊं जफ़ा ये होगा नहीं I
बुलंदी की
बुलंदी की उडान पर हो तो ,जरा सब्र रखो।
परिंदे बताते हैं कि ,
आसमान में ठिकाने नही होते ।।
मुझसे
छूट गया जो साथ तेरा मुझसेरूठ गया है अपना ही दिल मुझसे
कितनी तकलीफ कितान दर्द है तेरे जाने का
एक बार मुड़ के देख क्या हल हो गया है तेरे दीवाने का
खून के आँशु
खून के आँशु बह रहे है तुमरे न होने सेदिल में छेद सा होगया है विरह वेदना से
एक बार हाथ पकड़ लो मेरा जल्द ही साथ टूटने बाला है तुमरे साथ न होने से
इसलिये
फूल इसलिये अच्छे कि खुश्बू का पैगाम देते हैं,कांटे इसलिये अच्छे कि दामन थाम लेते हैं,
दोस्त इसलिये अच्छे कि वो मुझ पर जान देते हैं,
और दुश्मनों को मैं कैसे खराब कह दूं…
पनाह दी
ना शाखों ने पनाह दी,ना हवाओ ने बक्शा,वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता।
टूटा नहीं दिल
कभी टूटा नहीं दिल से तेरी याद का रिश्ता,गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है।
चढ़ती थीं
चढ़ती थीं उस मज़ार पर चादरें बेशुमार ,लेकिन बाहर बैठा कोई फ़क़ीर सर्दी से मर गया।
कितनी मासुम
कितनी मासुम सी ख़्वाहिश थी इस नादांन दिल की ,
जो चाहता था कि.. शादी भी करूँ और ….
ख़ुश भी रहूँ ।।
छत टपकती
छत टपकती है उसके कच्चे घर की ,वो किसान फिर भी बारिश की दुआ माँगता है ।।
भूख मिटती नहीं
तेरे डिब्बे की वो दो रोटिया कही भी बिकती नहीं ,माँ ,
होटल के खाने से आज भी भूख मिटती नहीं ।।
गुमान न कर
इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर ” ऐ बेखबर ”शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हे….।।
सीख रहा हूं
सीख रहा हूं अब मैं भी इंसानों को पढने का हुनर ,सुना है चेहरे पे किताबों से ज्यादा लिखा होता है ।।
ताश के
ताश के पत्ते खुशनसीब है यारों,बिखरने के बाद उठाने वाला तो कोई है।
जिंदगी के हर पल
उलझते सुलझते हुए जिंदगी के हर पल और,खुश्बू बिखेरता हुआ तेरा खुश्बुदार सा ख्याल। 💝
अपनी किस्मत
प्यार कहाँ अपनी किस्मत में,हमने तो धोखों का दीदार किया है,
लुटा हमें उसी ने उस जगह जब जहां..
हमने हंसकर प्यार से प्यार की बात किया है! 💔
काश वो
काश वो लम्हे कभी खत्म न हो,काश वो मुलाकाते कभी खत्म न हो,
आप बैठे हो सामने मेरे ओर..
मेरे खुशियो के आँसू कभी बंद न हो. 💞
इसी कश्मकश
इसी कश्मकश का नाम मोहब्बत है,बांहो में समंदर हो फिर भी प्यास रहती है।
चाहत का
चाहत का क्या, किसी को भी चाह लें..मसला मुहब्बत का है, सिर्फ एक से होती है।
मर्द ज़ात तुझको
औरत से लेकर तुम तो बच्चियों तक आ गए,
ऐ मर्द ज़ात तुझको ये तरक़्क़ी मुबारक हो।
हर लम्हा
हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है,अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है।
हमारा दिल
वो हमारा दिल तार-तार करते हैं,हम भी रफ्फू दिल बार-बार करते हैं।
सीने की जगह
सीने की जगह आँखों में धड़कता है..ये दिल, ये इंतज़ार भी बड़ा अजीब होता है।
अब मैं कोई
अब मैं कोई भी बहाना नहीं सुनने वाला,तुम मेरा प्यार मुझे प्यार से वापस कर दो।
ख्वाबों की दुनिया
कितना हसीन है मेरे ख्वाबों की दुनिया..तू भी मेरा जिंदगी भी मेरी हर खुशी भी मेरी।
आँखें रहेंगीं
आँखें रहेंगीं शाम-ओ-शहर मुन्तज़िर तेरी,आँखों को सौंप देंगे तेरा इंतज़ार हम।
तेरी बाहों
तेरी बाहों में घुल रही मंद साँसों की कश्मकश,रुक कर के ज़िंदा रह लूँ या चल के मर जाऊँ। 💕
Best VS Best : Best Hindi Shayri Collection 2018
Reviewed by newstatuslibrary
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April 19, 2018
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